देश के अनसुने योद्धाओं की कहानियों का संकलन है "सेफ्रॉन स्वॉर्ड्स'

तय पैमानों और सीमितताओं की वजह से कई बार किताबें पूरा इतिहास नहीं बता पातीं। जैसे- असम के राजा पृथु जिन्होंने बख्तर खिलजी को हराया था या पश्चिम में रानी कर्णावती जिन्होंने शाहजहां से लोहा लिया था और उड़ीसा के राजा नरसिम्हा देवल जिन्होंने आक्रांताओं को उखाड़ फेंका था। ये कुछ उदाहरण हैं जिनके बारे में इतिहास की किताबों में विस्तृत जानकारी नहीं है और इस वजह से युवा पीढ़ी इनकी वीरता से अनभिज्ञ है। इन्हीं वीरों की कहानियों से लोगों को अवगत करवाने के लिए मणिपुर की मानोषी सिन्हा रावल ने "सेफ्रॉन स्वॉर्ड्स' किताब लिखी है। रविवार को इंडिका जोधपुर की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में मानोशी ने अपनी इस किताब के बारे में बताया।

मानोषी ने बताया, ग्यारह सालों तक देश के अलग-अलग स्थानों पर जाकर वीरों की कहानियां जानने और रिसर्च करने के बाद यह किताब लिखी। इसमें आठवीं शताब्दी से स्वतंत्रता तक के समय के 52 वीरों की कहानियां शामिल हैं। उन्होंने बताया कि बचपन से ही पिता उन्हें वीरों की कहानियां सुनाते लेकिन वे कहानियां इतिहास की किताबों में नहीं होती थी और इसी पीड़ा ने इस किताब को लिखने की प्रेरणा दी। किताब का उद्देश्य यह संदेश देना है कि उन वीर योद्धाओं की वीरता से लोगाें को परिचित करवाना जिन्हें पराजित कह दिया जाता है बावजूद ये जाने कि उन्होंने देश की संस्कृति को बचाने के लिए आखिरी सांस तक लड़ाई लड़ी। इस किताब के सह लेखक उनके पति योगादित्य सिंह रावल हैं। इस अवसर पर विपुल कोचर, रोहित चौधरी और मुकेश कुमार सहित ही कई लोग उपस्थित थे। मानोषी ने बताया कि उनकी यह किताब अमेजन में बेस्ट सेलर के क्रम में दूसरे स्थान पर रह चुकी है। एसबीआई मेन्स के एग्जाम में भी इस किताब की लेखिका के नाम का एक सवाल पूछा गया था।